Rajya Puraskar log Book

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साइज़ फोटोग्राफ
(स्काउट गणवेश में )
आत्म परिचय
1राज्य                                      
2मंडल                   
3जिले का नाम 
4स्काउट का नाम 
5पिता का नाम 
6माता का नाम 
7जन्म-तिथि 
8विद्यालय का नाम 
9यूनिट का नाम 
10घर का पता 
11संपर्क नंबर / मोबाइल नंबर 
12यूनिट को जॉइन करने की तिथि 
13अलंकरण तिथि 
14प्रवेश की तिथि 
15प्रथम सोपान की तिथि 
16द्वितीय सोपान की तिथि 
17तृतीय सोपान की तिथि 
18प्रमाण-पत्र नं. (प्रथम सोपान) 
19प्रमाण-पत्र नं. (द्वितीय सोपान) 
20प्रमाण-पत्र नं. (तृतीय सोपान) 
21स्काउट के हस्ताक्षर 
22स्काउट मास्टर के हस्ताक्षर 

भारत स्काउट्स और गाइड्स

लॉग बुक ( राज्य पुरस्कार )

क्र॰ सं॰विषय
1तृतीय सोपान बैज की दक्षता
2तृतीय सोपान बैज प्राप्त करना
3एम्बुलेन्स मैन दक्षता बैज (Ambulanceman Badge)
4दस किमी पैदल ओवर नाईट हाईक
5सेवाकार्य – किचन गार्डन
6मेप बनाना – प्लेन टेबल विधि
7शिविर कला
8तीन दक्षता बैज (Proficiency Badge)
9दो दक्षता बैज (Proficiency Badges)
10भारत स्काउट्स और गाइड्स वेबसाइट की जानकारी

1. तृतीय सोपान बैज की दक्षता:

तृतीय सोपान तक के प्रवीणता बैजों के प्रमाण पत्र की फोटो कॉपी लगाएँ।

2. तृतीय सोपान बैज प्राप्त करना:

तृतीय सोपान बैज के प्रमाण पत्र की फोटो कॉपी लगाएँ।

3. एम्बुलेन्स मैन दक्षता बैज (Ambulanceman Badge):

पाठ्यक्रम

i. तृतीय सोपान तक प्राथमिक सहायता से सम्बन्धित प्रश्नों का जवाब दे सकना।
ii. धीमे व तेज रक्त स्राव को रोक सकना।
iii. मोच की पहचान व पट्टी बांधना।
iv. हेमलिच विधि से उपचार।
v. मुख से मुख विधि द्वारा कृत्रिम श्वसन।
vi. कृत्रिम स्ट्रेचर व रोलर बैण्डेज।
vii. सन्देश भेजना।
viii. एक या दो प्राथमिक सहायक द्वारा मरीज को ले जाने के तरीके।

केन्द्रीय विद्यालय गिल नगर चेन्नई
मान सभा प्रस्ताव
आज दिनांक …………….. को प्रातः10.00 बजे
विद्यालय के खेल मैदान में मान सभा की बैठक
आयोजित की गई । जिसमें स्काउट …………..
……………. को एम्बुलेन्स मैन दक्षता बैज कार्य
करने की अनुशंसा का प्रस्ताव लिया गया।
सदस्य : 1. 2. सचिव मान सभा
केन्द्रीय विद्यालय गिल नगर चेन्नई
अनुमति/स्वीकृति पत्र
प्रमाणित किया जाता है कि स्काउट …………..
……………..को एम्बुलेन्स मैन दक्षता बैज
कार्य करने की अनुमति प्रदान की जाती है।
यूनिटलीडर ग्रुपलीडर/प्राचार्य दिनांक ……..

i. तृतीय सोपान तक प्राथमिक सहायता से सम्बन्धित प्रश्नों का जवाब दे सकना:

हम तृतीय सोपान तक प्राथमिक सहायता से सम्बन्धित प्रश्नों के जवाब दे सकते हैं , जैसे –
a) मरीज को घटना स्थल पर व अस्पताल ले जाने तक किसी भी प्रकार की दी जाने वाली सहायता प्राथमिक सहायता कहलाती है।

b) प्राथमिक सहायक के गुण :
 धैर्य
 सही जानकारी
 उपलब्ध संसाधनों का प्रयोग करना

c) प्राथमिक सहायता के उद्देश्य –
 जीवन बचाना
 चोट बढ़ने न देना
 दर्द कम करना

d) रीफ नॉट(Reef Knot), बो लाइन(Bow Line) व फायरमेन चेयर नॉट (Fireman’s Chair Knot) प्राथमिक सहायता में काम आती हैं ।
e) बहते खून को रोकने के लिए मजबूत पट्टी को टूर्निकेट कहते हैं।
f) हेमलिच विधि का प्रयोग गले में सिक्का जैसी वस्तुओं के फंस जाने पर उनको बाहर निकालने के लिए किया जाता है।
g) हड्डी की टूट तीन प्रकार की होती है-
 साधारण टूट- सिम्पल फ्रेक्चर
 विशेष टूट- कम्पाउण्ड फ्रेक्चर
 जटिल टूट – कोम्प्लीकेटेड फ्रेक्चर
h) रक्त स्राव तीन प्रकार का होता है –
• धमनी से
• शिरा से
• केशिका से
i) कृत्रिम श्वसन की विधियाँ –
• मुख से मुख विधि (जीवन रक्षक विधि)
• शेफर विधि
• सिल्वेस्टर विधि
• होल्गर नेलशन विधि
• लाबोर्ड विधि
j) प्राथमिक सहायता पेटी की जानकारी।
k) उपचार जानना –
• साँप काटने पर
• कुता काटने पर
• डंक लगने पर
• जलना व झुलसना
• कटना व खरोच आना
• सदमा, मूर्छा व बेहोशी आने पर
l) मरीज को ले जाने के तरीके व कृत्रिम बैशाखी की जानकारी।

प्राथमिक सहायता
(एम्बुलेन्स मैन/एम्बुलेन्स)

प्रश्न 1. प्राथमिक सहायता किसे कहते हैं ?
उत्तर : डॉक्टर के आने से पहले या चिकित्सालय पहुंचाने से पहले रोगी को दी जाने वाली सहायता प्राथमिक सहायता कहलाती है।

प्रश्न 2 . प्राथमिक सहायता पेटी (First Aid Box) में मुख्य रूप क्या-क्या सामान होता है?
उत्तर : डिटोल, तिकोनी पट्टियां, रूई, ब्लेड, अमृतधारा, बरनोल, आयोडेक्स, विक्स, डिस्प्रिन, सोफ्राइमाइसिन, पैरासिटामोल, छोटी कैंची, चिमटी, खपच्चियां, टुर्निकेट आदि।

प्रश्न 3. प्राथमिक सहायता व मानव रक्षा में काम आने वाली प्रमुख गांठों के नाम बताओ?
उत्तर : रीफ नॉट (चौकोर गांठ), बोलाइन (ध्रुपगांठ), फायरमैन चेयर नॉट (कुर्सी गांठ)।

प्रश्न 4. टुर्निकेट क्या होता है?
उत्तर : बहते खून को रोकने के लिये प्रयोग की जाने वाली मजबूत पट्टी टुर्निकट कहलाती है।

प्रश्न 5. प्राथमिक सहायता में तिकोनी पट्टी का क्या उपयोग है?
उत्तर :
(अ) दवाई व रूई आदि को अपने स्थान पर स्थिर रखना।
(ब) घायल अंग को सहारा देना।
(स) शरीर के विभिन्न अंगों पर बांधा जाना अधिक सुविधाजनक एवं सुरक्षात्मक है।

प्रश्न 6. हड्डी की टूट कितने प्रकार की होती है?
उत्तर :
i. साधारण टूट (Simple Fracture)
ii. विशेष टूट (Compound Fracture)
iii. विषम टूट (Complicated Fracture)

प्रश्न 7. रक्तस्राव कितनी प्रकार से होते हैं?
उत्तर :
i. धमनी (Arteries)से- यह तेज लाल रंग का रक्त हृदय की ओर से फव्वारे की तरह निकलता है।
ii. शिरा द्वारा (Veins)- गहरा लाल (कुछ बैंगनी नीलापन) हृदय से विपरीत निकलता है।
iii. केशिकाओं द्वारा(Capillaries)- यह चटकीला लाल रंग लिए होता है। धीरे-धीरे रिस-रिसकर घाव भर जाता है।

प्रश्न 8. कृत्रिम श्वास विधियों के नाम बताओ?
उत्तर :
i. शेफर विधि
ii. सिल्वेस्टर विधि
iii. होल्गर नेलसन विधि
iv. लाबोर्ड विधि
v. जीवनरक्षक श्वसन विधि (माउथ टू माउथ)

प्रश्न 9. शरीर की मुख्य प्रणालियां (System) कौन-कौन-सी हैं?
उत्तर :
i. नाड़ी जाल प्रणाली (Nervours- System)
ii. श्वास प्रणाली (Respiratory)
iii. पाचन प्रणाली (Digestive)
iv. रक्त प्रणाली (Blood Circulation)
v. ग्रंथि जाल (Glands)
vi. निकास प्रणाली (Excretory & Urinary)

प्रश्न 10. प्राथमिक चिकित्सक में क्या-क्या गुण होने चाहिए?
उत्तर :आत्मविश्वास, स्वच्छता, धैर्य, प्रसन्नचित्त, प्राथमिक चिकित्सा का ज्ञान।

प्रश्न 11. सांप के काटे की क्या पहचान है?
उत्तर :
i. काटे हुए स्थान पर एक इंच के फासले पर सुई की तरह के दो निशान बन जाते हैं।
ii. वह स्थान नीला होने लगता है।

प्रश्न 12. पागल कुत्ते की क्या पहचान है?
उत्तर : पागल कुत्ते की पूंछ सीधी हो जाती है। उसके मुंह से लार टपकती रहती है। वह बेचैनी से इधर-उधर दौड़ता रहता है।

प्रश्न 13: किसी व्यक्ति को बिजली का झटका लगने पर क्या करना चाहिए?
उत्तर :
i. किसी सूखे डण्डे से व्यक्ति के शरीर से तार को हटाना चाहिए ।
ii. मुख्य स्विच बंद कर देना चाहिए।

प्रश्न 14. जलने व झुलसने में क्या अंतर है?
उत्तर : सीधी आग (अंगारे) या गर्म वस्तु से जलने को जलना कहलाते हैं। गरम तरल पदार्थ से जलने को झुलसना कहते हैं।

प्रश्न 15. साधारण जलने पर क्या करना चाहिए?
उत्तर : जली हुई त्वचा को जलन कम होने तक नल के ठंडे पानी या बर्फ के पानी में रखें।

प्रश्न 16. रसायन से जलने पर क्या करें?
उत्तर : जले भाग को खूब अच्छी तरह ठंडे पानी से धो डालें।

प्रश्न 17. मधुमक्खी के काटने पर क्या उपचार करेंगे?
उत्तर : पहले डंक को निकालें, फिर प्रभावित अंग को साबुन व पानी से धोएं। एंटीहिस्टामाइन क्रीम लगाएं। बर्फ भी रख सकते हैं। अचार भी लगा सकते हैं व लोहा भी रगड़ सकते हैं। एविल की गोली दे दें।

प्रश्न 18. जीवनरक्षक डोरी की लम्बाई कितनी होती है ? रस्सी के छोर पर कौन सी गांठ लगाई जाती है? रस्सी फेंकने का प्रदर्शन करें?
उत्तर : लम्बाई 42 फुट, रस्सी के छोर पर ध्रुव गांठ (बोलाइन) लगाई जाती है। (रस्सी फेंकने का अभ्यास करें)।

प्रश्न 19. तिकोनी पट्टी का आविष्कार किसने और कब किया?
उत्तर : स्विट्जरलैंड के चिकित्सक मेयर ने 1931 में किया।

प्रश्न 20. अस्थिपंजर (Skeleton) का मुख्य कार्य क्या है?
उत्तर : इसके मुख्य कार्य हैं :
(क) शरीर की आकृति निर्धारित करना, (ख) शरीर के विभिन्न भागों को जोड़ना, (ग) महत्वपूर्ण अंगों को सुरक्षा प्रदान करना, जैसे मस्तिष्क, हृदय आदि, (घ) मज्जा (Marrow) से रक्त के लाल कोष्ठ (Cell) बनाना।

प्रश्न 21. रीढ़ में कुल कितनी हड्डियां होती हैं?
उत्तर : रीढ़ में कुल 33 हड्डियां होती हैं।

प्रश्न 22. सामान्य स्थिति में एक वयस्क व्यक्ति का हृदय प्रति मिनट कितनी बार धड़कता है?
उत्तर : एक मिनट में 72 बार (छोटे बच्चों का 100 बार)।

प्रश्न 23. एक स्वस्थ व्यक्ति के शरीर में लगभग कितना रक्त होता है?
उत्तर : लगभग 5 से 7 लीटर ।

प्रश्न 24. क्या कुष्ठ रोग संक्रामक होता है?
उत्तर : नहीं।

प्रश्न 25. हेमलिच विधि किस काम आती है?
उत्तर : इस विधि का प्रयोग गले में फंसा सिक्का, गोली आदि निकालने के लिये किया जाता है।

प्रश्न 26. शरीर की प्रत्येक साइड में कितने-कितने दबाव बिन्दु (प्रेशर प्वाइंट) होते हैं?
उत्तर : प्रत्येक साइड में प्रमुख 12-12 दबाव बिन्दु होते हैं।

प्रश्न 27. मरीज को स्ट्रेचर पर ले जाते समय उसका सिर किस ओर होना चाहिए?
उत्तर : रोगी का सिर पीछे की ओर तथा पैर आगे की ओर होने चाहिए।

प्रश्न 28. फायर मैन्स ड्रैग विधि का प्रयोग कहां किया जाता है?
उत्तर : इसका प्रयोग आग लगे व धुआं भरे मकान में बेहोश व घायल व्यक्ति को बाहर निकालने के लिये किया जाता है।

प्रश्न 29. कालर कफ झोली का क्या उपयोग है? प्रदर्शन करें।
उत्तर : इस झोली का उपयोग कलाई को सहारा देने के लिये किया जाता है। कलाई को संकरी पट्टी में क्लोव हिच से बांधकर गर्दन में बांध देते हैं।

प्रश्न 30. स्पाइका पट्टी कहां बांधी जाती है?
उत्तर : यह 8 के अंक के आकार में बांधे जाने वाली पट्टी होती है। इसे कंधे, जांघ व अंगूठे पर बांधा जाता है।

प्रश्न 31. दम घुटने के लक्षण क्या है?
उत्तर : चक्कर आना, अचेत अवस्था, गर्दन की शिराओं का फूलना, गालों व होठों का नीलापन, श्वास रूक-रूक कर आना या बंद हो जाना।

प्रश्न 32. रक्तदान के समय कितना रक्त लिया जाता है?
उत्तर : 10 से 12 औंस।

प्रश्न 33. स्वस्थ व्यक्ति कितने दिनों में पुन: रक्तदान कर सकता है?
उत्तर : 3-4 माह में।

प्रश्न 34. कितनी उम्र का व्यक्ति रक्तदानी बन सकता है?
उत्तर: 18 से 55 वर्ष तक की आयु का व्यक्ति रक्तदानी बन सकता है।

प्रश्न 35. क्या रक्तदान से कोई हानि है?
उत्तर : रक्तदान से कोई हानि नहीं होती।

प्रश्न 36. कौन रक्तदान नहीं कर सकता?
उत्तर :ब्लडप्रेशर, पीलिया, गर्भवती महिला व एड्स का रोगी।

प्रश्न 37. फर्स्ट एड बॉक्स किसे कहते हैं?
उत्तर :प्राथमिक उपचार के लिये रखी जाने वाली सामग्री का बॉक्स।

प्रश्न 38. पट्टियां कितने प्रकार की होती हैं?
उत्तर :दो प्रकार की होती हैं- गोल पट्टी व तिकोनी पट्टी।

प्रश्न 39. नकसीर का क्या उपचार करेंगे?
उत्तर :रोगी को सीधा लिटायें। ललाट (Fore Head) को पीछे झुकाकर सिर पर ठंडा पानी डालें।

प्रश्न 40. झोल कितने प्रकार की होती है?
उत्तर : दो प्रकार की (छोटी झोल, बड़ी झोल।)

प्रश्न 41. काम चलाऊ (एम्प्रोवाइज्ड), स्ट्रेचर कितने प्रकार से बनाए जा सकते हैं?
उत्तर :चादर, स्कार्फ, बैल्ट, रस्सी, कोट, कम्बल, हाफ पैंट, शर्ट व बोरी आदि द्वारा।

प्रश्न 42. स्ट्रेचर उपलब्ध न होने पर रोगी को कैसे ले जायेंगे?
उत्तर : मानव बैसाखी द्वारा।

प्रश्न 43. प्राथमिक चिकित्सा का ध्येय (Motto) क्या होता है ?
उत्तर : देखो, सोचो, करो ।

प्रश्न 44. सी.पी.आर. से आप क्या समझते हैं ?
उत्तर : घायल व्यक्ति के फेफड़ों व हृदय के कार्यों को तुरन्त चालू करना ही कार्डियो पल्मोनरी रैस्पिरेशन अर्थात सी.पी.आर. कहलाता है।

प्रश्न 45. प्राथमिक सहायता में ए.बी.सी.डी से क्या आशय है?
उत्तर:
A . ए का तात्पर्य है एयर वे अर्थात् श्वास की नली।
B – बी का तात्पर्य है ब्रीदिंग अर्थात श्वसन क्रिया।
C – सी का तात्पर्य है सर्कुलेशन अर्थात रक्त संचार।
D – डी का तात्पर्य है डेफिनेटिव ट्रीटमेंट जो विशेष प्रशिक्षित विशेषज्ञों द्वारा दिया जाता है।

प्रश्न 46 सदमा क्या होता है?
उत्तर: किसी दुखद घटना के समाचार या दुर्घटना में लगी चोट से व्यक्ति के मस्तिष्क में खून का दौरा कम हो जाता है तथा बी.पी. भी कम हो जाता है इसी को सदमा कहते हैं।

प्रश्न 47 दम घुटना (Choking) क्या है ?
उत्तरः गले में कोई वस्तु फंस जाने अथवा किन्हीं कारणों से सांस लेने में दिक्कत होने को दम घुटना कहते हैं।

प्रश्न 48 मूर्छा (Fainting) क्या होती है ?
उत्तरः सिर में रक्त की कमी हो जाने से व्यक्ति बेहोश हो जाता है इसे ही मूर्छा कहते हैं।

प्रश्न 49 मोच आना (Sprain) किसे कहते हैं ? मोच आने पर क्या करें?
उत्तरः शरीर में जोड़ों के चारों तरफ स्थित अस्थिबन्धन तंतुओं में खिंचाव आ जाने को मोच आना कहते हैं। इस स्थिति में ठण्डे पानी की पट्टी बांध देनी चाहिए।

प्रश्न 50. प्राथमिक सहायता में गोल पट्टी को बांधने की कितनी विधियां प्रयोग में लाई जाती है?
उत्तर:
i. सामान्य पेचदार (Simple Spiral)
ii. उल्टे पेच वाली (Reverse Spiral)
iii. अष्टाकार (Figure of 8 Type)
iv. स्पाइका (Spica)

प्रश्न.51 कलाई को सहारा देने के लिए कौन सी झोल का प्रयोग किया जाता है?
उत्तरः कफ एण्ड कॉलर

प्रश्न 52 गांठों का राजा किसे कहा जाता है ?
उत्तरः बोलाइन।

प्रश्न 53 रीफनॉट का दूसरा नाम क्या है?
उत्तरः हरक्यूलिस नॉट।

प्रश्न 54. दबाव बिंदुओं के नाम बताओ?
उत्तरः
i. कैरोटिड दबाव बिंदु
ii. सवक्लेवियन दबाव बिंदु
iii. ब्रोकियल दबाव बिंदु
iv. फेमोरल दबाव बिंदु।

प्रश्न 55 चिकित्सा विज्ञान में जलने के कितने स्तर बताये गये हैं?
उत्तरः जलने की तीन डिग्री बताई गई है- फर्स्ट डिग्री, सैकंड डिग्री व थर्ड डिग्री।

प्रश्न .56 तिकोनी पट्टी का साईज क्या होता है?
उत्तरः 38 ईंच चोकोर कपड़े के टुकड़े को कर्णवत काटकर दो पट्टियां बनाई जाने के कारण तिकोणी पट्टी की भुजाओं की लम्बाई 38x38x54 ईंच होती है।

प्रयोगात्मक प्रश्न

प्रश्न 57. रस्सी से तात्कालिक स्ट्रैचर तैयार करें।
प्रश्न 58. मानव वैसाखी द्वारा किसी व्यक्ति को कुछ दूर ले जाकर दिखलाएं।
प्रश्न 59. सिर पर तिकोनी पट्टी बांधकर दिखलाएं।
प्रश्न 60. घुटने पर तिकोनी पट्टी बांधकर दिखाएं।
प्रश्न 61. आपके मित्र के हाथ में चोट लग गई है झोल बनाकर दिखाएं।
प्रश्न 62. जीवन रक्षक डोरी फेंककर दिखलाएं।
प्रश्न 63. टोली के साथ स्ट्रैचर ड्रिल करके दिखाएं।
प्रश्न 64. किसी रोगी को किसी भी विधि से कृत्रिम श्वास देकर दिखाएं।
प्रश्न 65. हेलमिच विधि का प्रयोग करके दिखाएं।

( नोट :- प्राथमिक सहायता से सम्बन्धित अन्य प्रश्न लिख सकते हैं व चित्र लगा सकते है।)

ii. धीमे व तेज रक्त स्राव को रोक सकना:

हम जानते है कि रक्तस्राव धीमा व तेज, दो प्रकार का होता हैं।
a) धीमा रक्त स्राव :- यह रक्त स्राव चटकीला लाल रंग का धीरे-धीरे केशिकाओं के कटने पर होता है। कुछ देर दबाव बनाकर या ठण्डी गीली पट्टी रक्तस्राव के स्थान पर रखकर इसे रोका जा सकता है।
b) तेज रक्तस्राव :- यह रक्त स्राव फव्वारे की तरह स्रावित होता है। यदि तेज लाल रंग का रक्त स्राव है तो धमनी से व गहरा बैंगनी का रक्त स्राव है तो शिरा से रक्त स्रावित होता है। रक्तस्राव के स्थान से कुछ पहले स्थान पर टुर्निकेट द्वारा रोका जा सकता है। टुर्निकेट पट्टी बैल्ट की तरह काम करती है। टुर्निकेट रोलर बैडेज या रबर से भी बनाई जा सकती है।


iii. मोच की पहचान व पट्टी बांधना:

गिरने व असन्तुलन की अवस्था में कलाई पैर आदि पर मोच आ जाती है। मोच वाले स्थान पर सूजन का आना व दर्द होना इसके लक्षण है। मोच आने की स्थिति में निम्नलिखित उपाय करने चाहिए :
a) मोच वाले स्थान पर मालिश नहीं करें।
b) अरण्डी के तेल का या आयोडेक्स का लेप लगावें ।
c) मोच वाले स्थान पर बर्फ /ठण्डी पट्टी का शैक करें।
d) स्पाइका पट्टी या अन्य पट्टी का आवश्यकतानुसार प्रयोग करें।
e) पैर की मोच घर से बाहर होने पर जूता नहीं उतारे और पैर को जूता सहित पानी में भीगोकर पट्टी का आवश्यकतानुसार प्रयोग करें।

iv. हेमलिच विधि से उपचार :-

हम जानते है कि छोटे बच्चे या असावधानीवश किसी के द्वारा सिक्का या अन्य वस्तु के निगलने के दौरान वह वस्तु निगली न जाकर गले में अटक जाती है जिससे बोलने व श्वसन में दिक्कत पैदा हो जाती है । इसके उपचार के लिए हेमलिच विधि का प्रयोग करते हैं । रोगी को आगोश में लेकर, हाथ सामने की ओर घुटनों पर रखवाकर खड़ा किया जाता है। दायें हाथ की मुठ्ठी को पसलियों के गड्डे में स्टाकर बाएँ हाथ को दायीं मुठ्ठी के ऊपर से ऊपर की ओर जोर से धक्का देने से गले में अटकी वस्तु बोतल ढक्कन खुलने की आवाज के साथ बाहर आ जाती है। आवश्यक होने पर जोर से गले के पीछे मुठ्ठी के प्रहार से निगली वस्तु को मुंह की तरफ लाने का प्रयास किया जाता है।नुकीली वस्तु के निगल जाने पर मरीज को धैर्य धारण कराते हुए चिकित्सक के पास ले जाना चाहिए।

v. मुख से मुख विधि द्वारा कृत्रिम श्वसन:

कृत्रिम श्वसन में यह विधि जीवन रक्षक विधि कहलाती है। इसमे निम्न प्रकार से कार्य कर रोगी की जान बचाते हैं ।
a) रोगी को सीधा लिटाकर हम रोगी के बायीं तरफ खड़े होकर रोगी के सिर को नीचा व जबड़े को ऊंचा करते हैं ।
b) रोगी का श्वसन मार्ग खुला रखकर उसके मुख पर झीना वस्त्र या रूमाल रखते है। दायें हाथ की अंगुली से रोगी का नाक बन्द कर अपने मुख से रोगी के मुख में मुख रखकर हवा प्रवेश कराते हैं ।
c) अपना मुख हटाकर रोगी के पेट पर दायें हाथ से दबाकर हवा बाहर निकालते है। इस समय नाक से दबाव हटाते है।
d) यह प्रक्रिया तब तक करते हैं जब तक रोगी का श्वसन सामान्य न हो जावे।


vi. कृत्रिम स्ट्रेचर व रोलर बैण्डेज:

रोगी को ले जाने के लिए स्ट्रेचर का प्रयोग तथा गोल /रोलर बैण्डेज का प्रयोग करना जानेंगे :
a) कृत्रिम स्ट्रेचर :-
• लाठी व डोरी से
• तख्ता व लकड़ी के पट्टे द्वारा
• बेल्ट से
• शर्ट से
• निकर से
• बोरे से
• दरी व चादर
• केवल रस्सी से

b) रोलर बैण्डेज :-
• हथेली के लिए
• पाँव के लिए
• टखने के लिए
• घुटने के लिए
• कोहनी के लिए
• अंगुली के लिए
• कन्धे के लिए
रोलर बैण्डेज को सामान्य पेंचदार , उल्टे पेंचदार , अष्टाकर व स्पाइका विधि के रूप में प्रयोग करते हैं ।

vii. सन्देश भेजना:

सन्देश भेजने के लिए फोन व संकेतो का प्रयोग करने के अलावा मोर्स व सीमाफोर विधि का प्रयोग किया जाता है। मोर्स व सीमाफोर विधि में अक्षरों व अंको के लिए डेश (- ) व डॉट ( . ) का प्रयोग किया जाता है। मोर्स व सीमाफोर विधि में सन्देश ग्राहक व सन्देश प्रेषक के पास झण्डी होती जिससे हवा में सामने की ओर डेश (- )व डॉट (. ) का संकेत दिया व लिया जाता है।
कुछ मोर्स संकेत व उनका अर्थ:
VE VE VE : बुलाया जा रहा है
K : लगे रहो
Q : इंतजार करो
T : सामान्य उत्तर
AAA : अंतराल या दशमलव
AR : संदेश का समापन
R : संदेश सही से प्राप्त हो गया
8 dots : संदेश मिटा दीजिए
GB : गुड बाय (अलविदा)


viii. एक या दो प्राथमिक सहायक द्वारा मरीज को ले जाने के तरीके:

मरीज को ले जाने के निम्नलिखित तरीके होते हैं :
• स्ट्रेचर द्वारा
• हैण्ड शीट द्वारा – दो/ तीन/ चार हाथ की कुर्सी
• फायरमेन लिफ्ट व फायरमेन ड्रेग द्वारा
• पिक अ बेग द्वारा
• हुमन करेचर विधि से
• पालना/क्रेडल विधि से
• किचन चेयर मेथड से
“स्वतन्त्र परीक्षक का बैज प्रमाण पत्र प्राप्त कर लगावें”

4. दस किमी पैदल ओवर नाईट हाईक :-

केन्द्रीय विद्यालय गिल नगर चेन्नई
मान सभा प्रस्ताव
आज दिनांक …………….. को प्रातः10:00 बजे
स्थानीय विद्यालय के खेल मैदान में मान सभा
की बैठक हुई जिसमें स्काउट …………………..
को ओवर नाईट हाईक करने की अनुशंसा
का प्रस्ताव लिया गया।

सदस्य : 1. 2. सचिव मान सभा
केन्द्रीय विद्यालय गिल नगर चेन्नई
अनुमति/स्वीकृति पत्र
प्रमाणित किया जाता है कि स्काउट …………..
………………………. को ओवर नाईट हाईक
करने की अनुमति प्रदान की जाती है।

यूनिटलीडर ग्रुपलीडर / संस्थाप्रधान दिनांक …………….

हाईक रिपोर्ट

हाईक का प्रकार – पैदल ओवर नाईट
दिनांक –
स्थान –
हाईक के उद्देश्य –
• प्राकृतिक दृश्यों का अवलोकन
• शारीरिक विकास
• आध्यात्मिक
• पर्यटन
• साहसिक कार्य

हाईक के लिए आवश्यक सामग्री – दरी, कम्बल, टॉर्च ,माचिस, लाठी, कम्पास, पानी की बोतल ,रात्रि का भोजन पैकेट, अगले दिन के प्रातःकाल नाश्ते का सामान, आवश्यक कम से कम बर्तन ,पानी की बोतल, रूटचार्ट मेप, अनुमति पत्र आदि।
हाईक के दौरान किए गए कार्य –
• प्राकृतिक दृश्यों का अवलोकन
• आध्यात्मिक विकास के लिए धार्मिक स्थल का दर्शन
• रात्रिकाल में तारा समूह का अवलोकन
• सामाजिक जीवन का सर्वेक्षण अवलोकन

रूट चार्ट /रिपोर्ट :

स्व अनुभव : हाईक करने का आनंद आया। प्राकृतिक दृश्यों व धार्मिक स्थानों के दर्शन करके मन प्रसन्न हुआ । टीम भावना का विकास हुआ।

      हस्ताक्षर:
      स्काउट नाम:
रिपोर्ट सौंपने की तारीख :       टोली का नाम :

स्काउट मास्टर द्वारा टिप्पणी : स्काउट ने 10 किमी ओवर नाइट हाईक अपने दल/टोली के साथ सफ़लतापूर्वक सम्पन्न की ।

हस्ताक्षर स्काउट मास्टर

5. छः माह तक सेवाकार्य – किचन गार्डन

केन्द्रीय विद्यालय गिल नगर चेन्नई
मान सभा प्रस्ताव
आज दिनांक …………….. को प्रातः10:00 बजे
स्थानीय विद्यालय के खेल मैदान में मान सभा
की बैठक हुई जिसमें स्काउट ………………….
को 6 माह तक किचन गार्डन में कार्य करने
की अनुशंसा का प्रस्ताव लिया गया।
सदस्य : 1. 2. सचिव मान सभा
केन्द्रीय विद्यालयगिल नगर चेन्नई
अनुमति/स्वीकृति पत्र
प्रमाणित किया जाता है कि स्काउट ………….
………………………….. को 6 माह तक किचन
गार्डन में कार्य करने की अनुमति प्रदान की
जाती है।
यूनिटलीडर ग्रुपलीडर/संस्थाप्रधान दिनांक …………

मैंने किचन गार्डन में निम्नलिखित कार्य किए-
• क्यारियाँ तैयार करना।
• सब्जियों के बीज लाकर बोना।
• क्यारियों में खाद, पानी देना।
• तैयार सब्जी को तोड़ना व समय आने पर अन्य बीज बोना।

प्रमाण पत्र
प्रमाणित किया जाता है कि मेरे पुत्र …………..
………………….. ने हमारे घर में किचन गार्डन
विकसित कर 6 माह तक दिनांक …………….
से …………….. तक देखभाल का कार्य किया।
हस्ताक्षर अभिभावक

                     अथवा

केन्द्रीय विद्यालय गिल नगर चेन्नई
प्रमाण पत्र
प्रमाणित किया जाता है कि स्काउट …………
……………………. ने हमारे विद्यालय में किचन
गार्डन विकसित कर 6 माह तक दिनांक …….
से ……………… तक देखभाल का कार्य किया।
हस्ताक्षर हस्ताक्षर स्काउट मास्टर संस्थाप्रधान

(नोट: दोनों में से कोई एक प्रमाण पत्र लगावें और किचन गार्डन में कार्य करने सम्बन्धी फोटोग्राफ लगावें ।)

6. मेप बनाना – प्लेन टेबल विधि :

प्लेन टेबल मेथड में निम्न चरणों से कार्य किया जाता है-
i. ग्राउण्ड के लक्षित बिन्दुओं के बीच आधार रेखा ‘क ख’ मानना।
ii. ‘क’ बिन्दु पर प्लेन कागज की शीट टेबल पर रखना।
iii. ‘क’ बिन्दु से लक्षित बिन्दुओं की दूरी व कम्पास से दिशा का अंकन करना।
iv. ‘क’ बिन्दु से लक्षित बिन्दुओं की दूरी का पैमाने के आधार पर एलीलेड या मापनी की सहायता से शीट में केन्द्रण करना।
v. इसी प्रकार ‘ख’ बिन्दु से लक्षित बिन्दुओं की दूरी व कम्पास से दिशा का अंकन करना।
vi. ‘ख’ बिन्दु से लक्षित बिन्दुओं की दूरी का पैमाने का एलीलेड या मापनी की सहायता से आधार पर शीट में केन्द्रण करना।
vii. ‘क’ व ‘ख’ से खींची गई किरणों के कटाव बिन्दु पर हमारे लक्षित बिन्दु प्राप्त होंगे।
viii. इस प्रकार ग्राउंड का नक्शा प्लेन टेबल मेथड से तैयार किया जाता है।


7. शिविर कला –

i. हमने टेन्ट लगाने ,उखाड़ने व समेटने का अभ्यास कर दक्षता प्राप्त की है।
ii. रस्सी के सिरे सुरक्षित रखने के लिए आई स्पलाइसिंग (Eye Splicing),बैक स्पलाइसिंग व शोर्ट स्पलाइसिंग का प्रयोग किया जाता है। हम इन स्पलाइसेस (गांठों ) को भली भांति लगाना जानते है।
iii. हमने निम्नलिखित पट्रोल पायनियरिंग प्रोजेक्ट को बनाकर प्रदर्शित करना, जानने का अभ्यास किया है –
a) ट्रेसल
b) ट्राईपोड पोर्टेबल फ्लेग
c) एच टाईप पोर्टेबल फ्लेग
d) शेल्टर
e) फ्रेम आफ नॉट्स
f) मल्टीचॉइस गेजेट्स


8. तीन दक्षता बैज जो पहले प्राप्त नहीं किया –

i. कम्युनिटी वर्कर (सामुदायिक कार्यकर्ता)
ii. सेनिटेशन प्रमोटर( स्वच्छता प्रोत्साहक)
iii. लिटरेसी (साक्षरता )

i. कम्युनिटी वर्कर (सामुदायिक कार्यकर्ता):

पाठ्यक्रम
 सामुदायिक विकास प्रक्रिया को जाने ।
 अपने क्षेत्र के कम से कम 12 नवयुवक/नवयुवतियों को इस आन्दोलन में सम्मिलित होने के लिए प्रोत्साहित करे।
 समुदाय और विकास के स्रोतो जैसे बैंक, अस्पताल विद्यालय,विशेषज्ञों के मध्य सम्पर्क सूत्र का कार्य करे ।
 कम से कम दो बुनियादी आवश्यकताओं जैसे स्वच्छ पेयजल, स्कूल भवन, सब्जी बाजार आदि की योजना को सफल बनाने में लोगों की सहायता करे।
 अपने गाँव, मोहल्ले या गन्दी कच्ची बस्ती में एक प्रतिरक्षण शिविर का आयोजन करे या शिविर में सहयोग देवे।

केन्द्रीय विद्यालयगिल नगर चेन्नई
मान सभा प्रस्ताव
आज दिनांक ……………… को प्रातः10:00 बजे
स्थानीय विद्यालय के खेल मैदान में मान सभा
की बैठक हुई जिसमें स्काउट ………………….
को सामुदायिक कार्यकर्ता दक्षता बैज कार्य
करने की अनुशंसा का प्रस्ताव लिया गया।
सदस्य : 1. 2. सचिव मान सभा
केन्द्रीय विद्यालय गिल नगर चेन्नई अनुमति/स्वीकृति पत्रप्रमाणित किया जाता है कि स्काउट …………
…………………….. को सामुदायिक कार्यकर्ता
दक्षता बैज कार्य करने की अनुमति प्रदान की
जाती है।
यूनिटलीडर ग्रुपलीडर / संस्थाप्रधान दिनांक ……….

 सामुदायिक विकास की प्रक्रिया की जानकारी- मैंने जानकारी प्राप्त की है कि मानव एक सामाजिक प्राणी है। वह किसी भी समाज का सदस्य हो, उसे अपनी आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए अन्य सदस्यों पर निर्भर रहना पड़ता है। दूसरों के प्रति निर्भरता व दूसरों की सहायता करना या स्वयं के अतिरिक्त परिवार व समाज के अन्य सदस्य के बारे में विचार करना ही विकास की प्रक्रिया को जन्म देता है। सामुदायिक विकास की प्रक्रिया भी एक ऐसी प्रक्रिया जिसमें सदस्य स्वयं व स्वयं के अतिरिक्त समुदाय के अन्य सदस्यों के बेहतर जीवन स्तर के लिए उपाय सुझाते हैं और अच्छे जीवन स्तर की प्राप्ति के लिए सहयोग करते हैं। सामुदायिक विकास की प्रक्रिया में समुदाय के सदस्य की बुनियादी आवश्यकता रोटी,कपड़ा और मकान के अलावा अच्छा स्वास्थ्य, शिक्षा, रोजगार, मनोरंजन आदि आवश्यकताओं पर भी काम करना होता है। अतः समुदाय के प्रत्येक सदस्य को यथा शक्ति सामुदायिक विकास प्रक्रिया में अपना महत्वपूर्ण योगदान देना चाहिए।
 अपने क्षेत्र के कम से कम 12 नवयुवक/नवयुवतियों को इस आन्दोलन में सम्मिलित होने के लिए प्रोत्साहित करें : मैंने अपने गांव के निम्नलिखित नवयुवकों को विश्व व्यापी संगठन – भारत स्काउट्स व गाइड्स संगठन के बारे में बताया । मैंने इस संस्था के प्रमुख गुण व सिद्धान्त के बारे में उनसे चर्चा की और उनको इस संस्था का सदस्य बनने व इस संस्था को सहयोग देने के लिए प्रेरित किया ।

क्र.सं.युवक का नामपिता का नामआयुपताहस्ताक्षर
      
      

 समुदाय और विकास के स्रोतों जैसे बैंक, अस्पताल, विद्यालय, विशेषज्ञों के मध्य सम्पर्क सूत्र का कार्य करें: मैंने समुदाय विकास के स्रोत बैंक, अस्पताल, विद्यालय, आंगनबाड़ी केन्द्र, ग्राम पंचायत, वन विभाग, कृषि विभाग स्वयंसेवी संस्था आदि के बारे में जानकारी प्राप्त की । मैंने यह भी जानने का प्रयास किया कि इन संस्थाओं का सामुदायिक विकास प्रक्रिया में क्या योगदान है व ये संस्थाए क्या क्या काम करती हैं।
a) बैंक के कार्य व योजनाऐं –
o रूपयों का लेन देन
o विभिन्न प्रकार के लोन देना
o लॉकर की सुविधा देना
o आर्थिक मामलों का केन्द्र
o सरकारी योजनाओं का मददगार
 मैंने निम्नलिखित किसानों को किसान क्रेडिट कार्ड के लाभ बताये :

क्र.सं.किसान का नामपता      हस्ताक्षर
    
    

 मैंने मेरे साथियों के साथ बैंक जाकर उनके खाते खुलवाने में मदद की।
 मैंने बैंक के विभिन्न फॉर्म जैसे चैक भरना,पैसा निकासी,पैसा जमा कराना आदि में लोगों की मदद की।
(बैंक का चित्र/फोटोग्राफ, अखबार कटिंग, बैंक प्रधान का प्रमाण पत्र आदि लगावें )

b) विद्यालय – शिक्षा का केन्द्र: मैंने अपने विद्यालय के प्रवेशोत्सव कार्यक्रम में रैली निकालने , अभिभावकों से सम्पर्क व नव प्रवेशी छात्रों के आवेदन पत्र भरने जैसे कार्य कर विद्यालय का सहयोग किया।
(विद्यालय का चित्र/फोटोग्राफ, अखबार कटिंग, संस्था प्रधान का प्रमाण पत्र आदि लगावे)

केन्द्रीय विद्यालयगिल नगर चेन्नई प्रमाण पत्रप्रमाणित किया जाता है कि स्काउट ………..
…………………………………. ने विद्यालय के
प्रवेशोत्सव कार्यक्रम रैली व अन्य कार्यक्रमों
में भाग लेकर सहयोग किया।
यूनिटलीडर ग्रुपलीडर / संस्थाप्रधान दिनांक ………

c) आंगनबाड़ी केन्द्र –
 महिला व बाल विकास का केन्द्र
 महिला स्वास्थ्य कार्यक्रमों का संचालन
 बाल स्वास्थ्य व शिक्षा कार्यक्रमों का संचालन
मैंने अपने मौहल्ले के घरों मे जाकर उनको आंगनबाड़ी केन्द्र की योजनाओं के बारे में बताया और उनके 3 से 6 वर्ष के बच्चों को रोज आंगनबाड़ी केन्द्र में भेजने के लिए प्रेरित किया।
(आँगनबाड़ी केन्द्र का चित्र व कार्यकर्ता का प्रमाण पत्र लगावें)

आंगनबाड़ी केन्द्र ……………….. चेन्नई
प्रमाण पत्र
प्रमाणित किया जाता है कि स्काउट …………
…………………………… ने अपने मौहल्ले के
घरोंं में जाकर उनको आंगनबाड़ी केन्द्र की
योजनाओं के बारे में बताया और उनके 3 से
6 वर्ष के बच्चों को रोज आंगनबाड़ी केन्द्र में
भेजने के लिए प्रेरित किया।
हस्ताक्षर आंगनबाड़ी कार्यकर्ता नाम : दिनांक …………..

(अस्पताल, वन विभाग , कृषि विभाग , ग्राम पंचायत , स्वयं सेवी संस्था आदि का वर्णन व चित्र तथा प्रमाण पत्र लगावें।)

कम से कम दो बुनियादी आवश्यकतों जैसे स्वच्छ पेय जल, स्कूल भवन, सब्जी बाजार आदि की योजना को सफल बनाने में लोगों की सहायता करें: मैंने विद्यालय में उपलब्ध पेयजल व्यवस्था को स्वच्छ रखने में मदद की व समस्त छात्रों को प्रार्थना सभा में स्वच्छ पेयजल के बारे में जानकारी प्रदान की । जल के दूषित होने के कारण व जल को दूषित होने से रोकने के उपाय बताये ।
(संस्था प्रधान का प्रमाण पत्र लगावें )

केन्द्रीय विद्यालयगिल नगर चेन्नई
प्रमाण पत्र
प्रमाणित किया जाता है कि स्काउट ………..
………………………..ने विद्यालय की पेयजल
व्यवस्था की देखभाल की । विद्यार्थियों को
स्वच्छ पेयजल के बारे में प्रार्थना सभा में
बताया।
यूनिटलीडर ग्रुपलीडर / संस्थाप्रधान दिनांक ………..

 मैंने अपने ग्राम में संचालित हेण्डपम्प को स्वच्छ रखने व उसके रख रखाव के बारे में लोगों को जागरूक किया तथा जल सदुपयोग का महत्व लोगों को बताया।
(ग्राम प्रधान/वार्ड पंच का प्रमाण पत्र लगावें)

कार्यालय ग्राम पंचायत…………………..प्रमाण पत्र
प्रमाणित किया जाता है कि स्काउट ………….
…………………………… ने ग्रामवासियों को
स्वच्छ पेयजल व्यवस्था की देखभाल के
बारे में ग्राम सभा में बताया।
वार्ड पंच -4 सरपंच ग्राम पंचायत

 अपने गांव, मोहल्ले या गन्दी कच्ची बस्ती में एक प्रतिरक्षण शिविर का आयोजन करें या शिविर में सहयोग देवें:
मैंने अपने ग्राम में उप स्वास्थ्य केन्द्र पर जाकर समय-समय पर टीकाकरण , पल्स पोलियो अभियान आदि में अपना सहयोग दिया।
(केन्द्र प्रभारी/ए.एन.एम का प्रमाण पत्र लगावें )

कार्यालय उप स्वास्थ्य केन्द्र …………………..प्रमाण पत्र
प्रमाणित किया जाता है कि स्काउट ………….
……………. ने उप स्वास्थ्य केन्द्र पर आयोजित
टीकाकरण कार्यक्रम में भाग लेकर सहयोग
किया।
दिनांक : प्रभारी/ए.एन.एम. उप स्वास्थ्य केन्द्र

“स्वतन्त्र परीक्षक का बैज प्रमाण पत्र प्राप्त कर लगावें”

ii. सेनिटेशन प्रमोटर( स्वच्छता प्रोत्साहक) :

पाठ्यक्रम
 निर्धारित की गई बस्ती का सर्वे करें तथा लोगों की लिखे अनुसार सहायता करें –
अ. पीने के लिए स्वच्छ जल का प्रयोग करना।
ब. पानी को छानने,उबालने व संग्रह करने की विधियों का प्रदर्शन।
स.लकड़ी के कोयले /चारकोल विधि द्वारा पानी छानने का प्रदर्शन।
 अन्न को चूहोंं तथा अन्य कुतरने वाले जानवरों से बचाना।
 पके हुए भोजन को मक्खियों, मच्छरोंं तथा धूल से बचाना।
 कूड़े करकट को समाप्त करने के सही तरीके को बताना व कम्पोस्ट गड्डे का उपयोग करना बताना।
 खुले में शौच जाने के खतरोंं के बारे में लोगो को शिक्षित करना।
 सस्ते व प्रभावी शौचालय के निर्माण करवाना।
 स्वयं के द्वारा तैयार किए गए पर्चे/हेण्ड बिल,पोस्टर की मदद से कम से कम 25 घरोंं से सम्बन्धित लोगों को “हैल्थ साल्ट” का प्रयोग करने के लिए प्रोत्साहित करना।

केन्द्रीय विद्यालयगिल नगर चेन्नई
मान सभा प्रस्ताव
आज दिनांक …………………… को प्रातः10:00
बजे स्थानीय विद्यालय के खेल मैदान में मान
सभा की बैठक हुई जिसमें स्काउट …………..
…………………… को सेनिटेशन प्रमोटर दक्षता
बैज कार्य करने की अनुशंसा का प्रस्ताव लिया
गया।
सदस्य : 1. 2. सचिव मान सभा
केन्द्रीय विद्यालयगिल नगर चेन्नई
अनुमति/स्वीकृति पत्र
प्रमाणित किया जाता है कि स्काउट …………
………………………….. को स्वच्छता प्रोत्साहक
दक्षता बैज कार्य करने की अनुमति प्रदान की
जाती है।

यूनिटलीडर ग्रुपलीडर / संस्थाप्रधान दिनांक ………

 निर्धारित की गयी बस्ती का सर्वे करे तथा लोगों की लिखे अनुसार सहायता करे-
o पीने के लिए स्वच्छ जल का प्रयोग करना।
o पानी को छानने,उबालने व संग्रह करने की विधियों का प्रदर्शन।
o लकड़ी के कोयले /चारकोल विधि द्वारा पानी छानने का प्रदर्शन।
मैंने सर्वे द्वारा मालूम किया कि हमारे मोहल्ले वार्ड संख्या 8 में 80 घरों की बस्ती में 426 लोग निवास करते हैं जिनके पेयजल का मुख्य स्रोत विश्वामित्री नदी जल योजना है।
मैंने लोगों के घरों मे जाकर निम्न प्रकार से उन्हें स्वच्छ जल उपयोग के बारे में शिक्षित किया-
 पानी को छानकर काम में लेना चाहिए।
 जल को ढक कर रखना चाहिए।
 डण्डीदार लोटे का प्रयोग करना चाहिए।
 पानी को स्वच्छ रखने के लिए छानना,उबालना चाहिए।
 पानी को फिटकरी,लाल दवा (100लीटर जल में 0.5ग्राम), से जीवाणु मुक्त किया जा सकता है।
 यदि कॉपर सल्फेट से (कुए में 100 ग्राम) व ब्लीचिंग पाउडर (5लीटर जल में 1 चम्मच) से जीवाणु मुक्त किया जाता है तो कुए के पानी को 5 दिन व ब्लीचिंग पाउडर के पानी को 5 घण्टे काम में नहीं लेना चाहिए।
 पानी को स्वच्छ रखने के लिए पुरानी विधि लकड़ी के कोयले/चारकोल विधि भी काम में ली जा सकती है।
( लकड़ी के कोयले/चारकोल विधि का चित्र लगावें )
 जल संग्रहण विधि/वाटर हार्वेस्टिंग मेथड अपनावें ।
(वर्षा जल संग्रहण का चित्र लगावें )

 अन्न को चूहों तथा अन्य कुतरने वाले जानवरों से बचाना:
मैंने लोगो को जानकारी दी कि हम निम्न प्रकार से अन्न को चूहों आदि से बचाकर अन्न को बचा सकते हैं और ऐसा कर राष्ट्र हित में योगदान दे सकते हैं ।
 खेत, खलिहान अन्न गोदाम के आस पास चूहे मारने की दवा – बोरियम कार्बोनेट का सावधनीपूर्वक प्रयोग कर सकते हैं।
 अन्न भण्डार में नीम की पत्तियाँ व रासायनिक गोली रख कर हम अन्न को इल्ली आदि से बचा सकते हैं।
 अन्न का भण्डारण लोहे की टंकी आदि में करना चाहिए।
( चित्र लगावें)

 पके हुए भोजन को मक्खियों,मच्छरों तथा धूल से बचाना:
हमने लोगों को शिक्षित किया कि वे :
 पके हुए भोजन को ढककर धूल, मक्खी,मच्छर आदि से बचा सकते हैं और दूषित भोजन से होने वाली बीमारियों दस्त, पीलिया आदि से बच सकते हैं।
 पके हुए भोजन को जालीदार बर्तन में सुरक्षित रखा जा सकता है।
 घरों में डी.डी.टी. जैसे कीटनाशक का छिड़काव कर मक्खी,मच्छर आदि से बचा सकते हैं।
 आधुनिक काँच के बर्तन, काउन्टर व रेफ्रीजरेटर का उपयोग कर पके हुए भोजन को सुरक्षित रख जा सकता है।
(चित्र लगावें )

 कूड़े करकट को समाप्त करने के सही तरीके को बताना व कम्पोस्ट गड्डे का उपयोग करना बताना:
मैंने लोगों को जागरूक किया कि हमें कचरे के प्रबन्धन पर भी ध्यान देना चाहिए। आजकल सरकार भी स्वच्छ भारत अभियान चलाकर लोगों को इस बारे में जागरूक कर रही है। हमें भी निम्नलिखित उपाय अपनाने चाहिए –
 ठोस कचरे को अलग से एकत्रित कर निपटारा करना चाहिए। जैसे काँच, लोह,क्रॉकरी आदि।
 जलकर समाप्त होने वाले कचरे को जलाकर निपटारा कर देना चाहिए। जैसे कागज, गत्ता आदि।
 प्लास्टिक का उपयोग न करें , यदि उपयोग आवश्यक हो तो प्लास्टिक कचरे को जमीन में दफना दें ।
 गोबर ,घास,पत्ती आदि खाद बनने वाले कचरे को खाद बनाकर काम में लेना चाहिए।
 कम्पोस्ट गड्डा (1.5,1.5,1.5 घन मीटर का व 1.5 सेमी मिट्टी की डोल का गड्डा) तैयार कर उसमें कचरा डालकर कचरे का निपटारा व खाद का निर्माण करना चाहिए।नियमित रूप से इस कम्पोस्ट गड्डे में गोबर,मलमूत्र,घास,पत्ते आदि कचरे को डालकर 5-7 दिनों में मिट्टी की परत बिछाते रहना चाहिए। गड्डा भरने पर दूसरा गड्डा तैयार कर लेवें और पुराने गड्डे मे 3 माह बाद कम्पोस्ट खाद तैयार हो जावेगी जिसका उपयोग पेड़ पौधों के लिए किया जा सकता है।
( चित्र लगावें )

 खुले में शौच जाने के खतरों के बारे में लोगो को शिक्षित करना:
 सस्ते व प्रभावी शौचालय के निर्माण करवाना।
आजकल सरकार का प्रयास स्वच्छ भारत मिशन के अन्तर्गत खुले में शौच के खतरों के बारे मे लोगों को खूब शिक्षित किया जा रहा है। मैंने भी अपने मोहल्ले के लोगों को खुले में शौच जाने के खतरे जैसे हैजा, पेचिस,डायरिया,पोलियो व टाइफाइड के बारे में बताकर लोगों को शौचालय निर्माण जो सस्ते व प्रभावी होते हैं तथा राज्य सरकार प्रति शौचालय निर्माण में 12000 रूपयों की आर्थिक सहायता देती हैं, के बारे में बताया ।
मेरे प्रयासों से निम्नलिखित लोगों के घरों में शौचालय का निर्माण होकर उपयोग किया जाने लगा –

क्र.सं.मुखिया का नाममुखिया के हस्ताक्षर
   
   

 स्वयं के द्वारा तैयार किए गए पर्चे/हेण्ड बिल,पोस्टर की मदद से कम से कम 25 घरोंं से सम्बन्धित लोगों को “हैल्थ साल्ट“ का प्रयोग करने के लिए प्रोत्साहित करना: मैंने ए.एन.एम. ग्राम/नगर चेन्नई की सहायता से उप स्वास्थ्य केन्द्र पर बैठक आयोजित कर 40 महिलाओं को हैल्थ साल्ट (शक्कर व नमक का घोल) के बारे बताया कि बच्चों को व अन्य लोगों को दस्त होने पर उनके शरीर में नमक व पानी की कमी हो जाती है जिससे मरीज को कमजारी ,अधिक प्यास, पेशाब की अधिकता, खुश्की व नाड़ी का तेज चलना जैसी समस्याएं हो जाती हैं। ऐसे में हैल्थ साल्ट घरों में बनाकर काम में लेने से दस्त/अतिसार को रोका जा सकता है। रेडीमेड हैल्थ साल्ट – ओ.आर. एस.(ओरल रिहाइड्रेशन सोल्यूसन) का उपयोग भी किया जा सकता है।

कार्यालय उप स्वास्थ्य केन्द्र ……….प्रमाण पत्र
प्रमाणित किया जाता है कि स्काउट …………..
………………… ने उप स्वास्थ्य केन्द्र पर दिनांक
……………………. को आयोजित बैठक में भाग
लेकर हैल्थ साल्ट निर्माण व उपयोग के बारे में
बताया। इनका कार्य सराहनीय है।

दिनांक : प्रभारी/ए.एन.एम. उप स्वास्थ्य केन्द्र

“स्वतन्त्र परीक्षक का बैज प्रमाण पत्र प्राप्त कर लगावें”

iii. साक्षरता (Literacy) :

(दक्षता पदक का चित्र लगावें , पूरे एक पृष्ठ पर लगावें)
पाठ्यक्रम:
• अपने क्षेत्र /गांव के प्रोढों के लिए साक्षरता जागरूकता की व्यवस्था करें ।
• पढाई छोड़ने वाले युवकों के लिए रात्रिकालीन स्कूल की व्यवस्था करें ।
• 10 व्यक्तियों के लिए Three (R) Reading, Writing , Arithmetic पढावें।
• साक्षरता जागरूकता के लिए कम से कम तीन पोस्टर तैयार करें ।
• सरकारी एवं गैर सरकारी संगठनों के द्वारा प्रकाशित पोस्टर आदि की सहायता से एक प्रदर्शनी लगावें ।

केन्द्रीय विद्यालय गिल नगर चेन्नई
मान सभा प्रस्ताव
आज दिनांक …………………… को प्रातः10:00
बजे स्थानीय विद्यालय के खेल मैदान में मान
सभा की बैठक हुई जिसमें स्काउट …………..
………………………………. को साक्षरता दक्षता
बैज कार्य करने की अनुशंसा का प्रस्ताव लिया
गया।

सदस्य : 1. 2. सचिव मान सभा
केन्द्रीय विद्यालयगिल नगर चेन्नई
अनुमति/स्वीकृति पत्र
प्रमाणित किया जाता है कि स्काउट …………
………………………………. को साक्षरता दक्षता
बैज कार्य करने की अनुमति प्रदान की जाती
है।

यूनिटलीडर ग्रुपलीडर / संस्थाप्रधान दिनांक ………………

 अपने क्षेत्र /गांव के प्रौढों के लिए साक्षरता जागरूकता की व्यवस्था करें :
मैंने अपने मोहल्ले के प्रौढों के लिए साक्षरता कार्यक्रम के आयोजन व्यवस्था आदि के लिए ग्राम के साक्षरता प्रेरक से मिलकर उसके कार्य में सहयोग किया।

प्रमाण पत्रप्रमाणित किया जाता है कि स्काउट ………….
……………………. ने ग्राम/मोहल्ला ……………..
…………. मेरे साथ मिलकर प्रौढों के शिक्षा के
लिए कार्य किया। मैं इनके कार्य की प्रशंसा
करता हूँ ।

हस्ताक्षर साक्षरता प्रेरक दिनांक ……….

 पढाई छोड़ने वाले युवकों के लिए रात्रिकालीन स्कूल की व्यवस्था करें : मैंने अपने क्षेत्र के युवक जो अपनी पढाई अधुरी छोड़ रखे थे, के लिए रात्रिकालीन कक्षा की व्यवस्था अपने मोहल्ले के प्रबुद्ध शिक्षकों की मदद से करवाने का प्रयास किया तथा उन कक्षाओं में मैंने भी मदद की। उन लोगों को अपनी पढाई प्राईवेट/ ओपन बोर्ड आदि से पूरी करने के लिए प्रेरित किया। जिनके नाम हैं –

क्र.सं.नाम   पढ़ाई छोडने की कक्षाहस्ताक्षर
    
    

 10 व्यक्तियों के लिए Three (R) Reading, Writing , Arithmetic पढावें: मैंने अपने मोहल्ले के निम्न व्यक्तियों को Three (R) Reading, Writing , Arithmetic पढाया ।

क्र.सं.नाम            हस्ताक्षर
   
   

 साक्षरता जागरूकता के लिए कम से कम तीन पोस्टर तैयार करें : मैंने साक्षरता जागरूकता के लिए निम्न पोस्टर तैयार किए ओर उनको सार्वजनिक स्थानों पर लगाया –

जन जन की यही पुकार ।
मिटे निरक्षरता का अन्धकार ।।
अब मीरा काकी भी पेन पकड़ कर,
हस्ताक्षर से लेती है अपनी पेन्शन ।
काका तु भी दो आखर पढ ले,
मिट जावगी अंगुठा टेक की टेन्शन ।।
स्काउट गाइड ने ठाना है ।
अनपढता को मिटाना है ।।
एक दो तीन चार ।
साक्षरता की जय जय कार ।।

 सरकारी एवं गैर सरकारी संगठनों के द्वारा प्रकाशित पोस्टर आदि की सहायता से एक प्रदर्शनी लगावें :

मैंने दिनांक …………………… को अपने विद्यालय के प्रांगण में विभिन्न सरकारी व गैर सरकारी संगठनो से साक्षरता सम्बन्धी पम्पलेट, पोस्टर, फलेक्सी बैनर आदि एकत्रित कर तथा स्वयं के द्वारा बनाए गए और अपने ट्रूप के सहयोग से साक्षरता विषय पर एक प्रदर्शनी का आयोजन किया ।

केन्द्रीय विद्यालयगिल नगर चेन्नई
प्रमाण पत्र
प्रमाणित किया जाता है कि स्काउट …………
………………….. ने आज दिनांक ………………
को विद्यालय के प्रांगण में साक्षरता विषय पर
एक प्रदर्शनी का आयोजन किया। जो एक
सराहनीय कार्य था । मै उसके उज्ज्वल
भविष्य की कामना करता हूँ ।

संस्थाप्रधान दिनांक …………..

“स्वतन्त्र परीक्षक का बैज प्रमाण पत्र प्राप्त कर लगावें”

9. निम्न समूह में से कोई दो दक्षता बैज –

i. केम्पर
ii. कृषक

i. केम्पर:

पाठ्यक्रम
a) निम्न से सम्बन्धित सामान्य आवश्यकताओं को जानें –
 एक सप्ताह हेतु शिविर के लिए व्यक्तिगत सामान।
 सप्ताहान्त हाइक हेतु व्यक्तिगत सामान।
 एक सप्ताहान्त टोली शिविर हेतु सामान व खाद्य सामग्री/राशन।
b)
 टोली अथवा ट्रुप शिविर के लिए स्थान चुनने हेतु प्रमुख बिन्दुओं को जानें ।
 एक कच्ची योजना बनाकर/रफ प्लान बता सके कि वह विशेषकर तम्बू, रसोईघर तथा सफाई का ध्यान रखते हुए एक रात्रि शिविर किस प्रकार लगाएगा।
c) वह दिखा सके कि –
कुल्हाड़ी का प्रयोग व सार सम्भाल।
प्रथम व द्वितीय सोपान की गांठों के अलावा निम्नलिखित गांठों को लगाना व प्रयोग जानें –
 स्लिप रीफ नॉट
 डबल शीट बेण्ड
 बोलाइन आन ए बाइट
 मैन हॉर्नेस नॉट
d) 90 या 180 पौण्ड वाली छोलदारी की छोटी मोटी मरम्मत करने, लगाने, उखाड़ने व लपेटने का प्रदर्शन करे अथवा स्थानीय उपलब्ध सामग्री से एक टोली के सोने के लिए पर्याप्त झोंपड़ी बना सके।
e) यह दिखा सके कि उसे शिविर की पाक कला का पर्याप्त ज्ञान है तथा वह खाद्य पदाथों को सम्भालकर रखने,पानी को शुद्ध करने तथा कचरे को नष्ट करने के सही तरीके जानता है।
f) वह अपनी टोली अथवा ट्रुप के साथ तम्बू में अथवा स्वनिर्मित झोंपड़ी में कम से कम 12 रात्रि का शिविर और कम से कम तीन रात अकेले या अन्य स्काउट के साथ कैंप कर चुका हो।
उक्त दोनों अवस्थाओं में रातें लगातार होना जरूरी नहीं है।

केन्द्रीय विद्यालयगिल नगर चेन्नई
मान सभा प्रस्ताव
आज दिनांक …………………… को प्रातः10:00
बजे स्थानीय विद्यालय के खेल मैदान में मान
सभा की बैठक हुई जिसमें स्काउट ………….
……………………………. को कैम्पर दक्षता बैज
कार्य करने की अनुशंसा का प्रस्ताव लिया
गया।

सदस्य : 1. 2. सचिव मान सभा
केन्द्रीय विद्यालय गिल नगर चेन्नई
अनुमति/स्वीकृति पत्र
प्रमाणित किया जाता है कि स्काउट ………….
……………………………. को कैम्पर दक्षता बैज
कार्य करने की अनुमति प्रदान की जाती है।


यूनिटलीडर ग्रुपलीडर / संस्थाप्रधान दिनांक ……………

a) निम्न से सम्बन्धित सामान्य आवश्यकताओं को जाने –

 एक सप्ताह हेतु शिविर के लिए व्यक्तिगत सामान।
 सप्ताहान्त हाइक हेतु व्यक्तिगत सामान।
 एक सप्ताहान्त टोली शिविर हेतु सामान व खाद्य सामग्री/राशन।

 एक सप्ताह हेतु शिविर के लिए व्यक्तिगत सामान:
 वस्त्र -दो जोड़ी यूनिफॉर्म, बदलने के कपड़े, व्यायाम पोशाक,अन्डर गारमेन्टस, तोलिया, एक सिविल व नाइट ड्रेस तथा सर्दी के मौसमानुसार गर्म वस्त्र।
 बिस्तर – प्लास्टिक शीट, दरी, कम्बल/चद्दर व हवा भरे जाने वाला तकिया।
 बर्तन – थाली,कटोरी 2,चम्मच, गिलास, लोटा व पानी की बोतल।
 दैनिक आवश्यकता की सामग्री – काँच, कंघा, तेल, साबुन, मंजन, टॉर्च,सुई-धागा,मोमबत्ती ,कैंची, चाकू, बटन,पिनें , माचिस, रबरबेण्ड, पेन, पेन्सिल, नोटबुक व तीन मीटर सूत की रस्सी आदि।
 राशन – एक समय के लिए आटा 300ग्राम,दाल 50ग्राम, घी/तेल व चीनी 30 ग्राम चायपत्ती व मसाले आवश्यकतानुसार।
 अन्य – जरूरी दवा, केमरा, कम्पास, एक समय का तैयार भोजन प्राथमिक, सहायता किट।

 सप्ताहान्त हाइक हेतु व्यक्तिगत सामान:
 वस्त्र -एक यूनिफॉर्म, बदलने के कपड़े, व्यायाम पोशाक,अन्डर गारमेन्टस, तोलिया, एक सिविल व नाइट ड्रेस तथा सर्दी के मौसमानुसार गर्म वस्त्र।
 बिस्तर – प्लास्टिक शीट, दरी, कम्बल/चद्दर व हवा भरे जाने वाला तकिया।
 बर्तन – थाली,कटोरी 2,चम्मच, गिलास, लोटा व पानी की बोतल।
 दैनिक आवश्यकता की सामग्री – काँच, कंघा, तेल, साबुन ,मंजन, टॉर्च,सुई-धागा,मोमबत्ती ,कैंची, चाकू, बटन,पिनें , माचिस, रबरबेण्ड, पेन, पेन्सिल, नोटबुक व तीन मीटर सूत की रस्सी आदि।
 राशन – एक समय के लिए आटा 300ग्राम,दाल 50ग्राम, घी/तेल व चीनी 30 ग्राम चायपत्ती व मसाले आवश्यकतानुसार।
 अन्य – जरूरी दवा, केमरा, कम्पास, एक समय का तैयार भोजन प्राथमिक, सहायता किट।
 रूट चार्ट का नक्शा ।
 साइकिल हाइक हो तो साइकिल से सम्बन्धित साधारण मरम्मत के टूल्स।

 एक सप्ताहान्त टोली शिविर हेतु सामान व खाद्य सामग्री/राशन:
 टोली का सामान -1. अस्थायी झोपड़ी हेतु चादर, लाठी/बांस खूंटे, रस्सियाँ,प्लास्टिक शीट।
 ट्रुप फ्लैग, डोरी, टोली पताका।
 खेल व प्रशिक्षण के काम आने वाली सामग्री।
 प्रदर्शन के लिए चार्ट मॉडल,कार्डशीट, स्केच कलर, आदि।
 सुतली, रस्सी, माचिस, कम्पास,टॉर्च आदि।
 तवा, चकला,बेलन, चिमटा, चलनी, 2 भगोने,परात,केतली, 2 बाल्टी,थर्मस,छोटी कड़छी आदि रसोई के बर्तन।
 कुल्हाड़ी, फावड़ा व खुरपी,तगारी।
 प्राथमिक सहायता किट।
 ईन्धन का सामान।
 खाद्य सामग्री – एक समय के लिए प्रति सदस्य आटा 300ग्राम, हरी सब्जी 150 ग्राम, दाल 50ग्राम, घी/तेल व चीनी 30 ग्राम चायपत्ती व मसाले आवश्यकतानुसार।

b)
 टोली अथवा ट्रुप शिविर के लिए स्थान चुनने हेतु प्रमुख बिन्दुओं को जाने।
 एक कच्ची योजना बनाकर/रफ प्लान बता सके कि वह विशेष कर तम्बू, रसोईघर तथा सफाई का ध्यान रखते हुए एक रात्रि शिविर किस प्रकार लगाएगा।
 टोली अथवा ट्रुप शिविर के लिए स्थान चुनने हेतु प्रमुख बिन्दुओं को जाने:
शिविर स्थल चुनने हेतु प्रमुख बिन्दु –
 ऊंची,समतल व नमी रहित जगह।
 बस्ती से बाहर परन्तु अस्पताल व बाजार तक आसान पहुँच वाला स्थान।
 पर्याप्त वृक्षछाया व धूप की उपलब्धता हो।
 जल व ईन्धन की उपलब्धता व सेनीटेशन के लिए आसान स्थान उपलब्ध हो।
 जंगली जानवर, कीट आदि का खतरा न हो।
 आवागमन की सरलता हो।
 खेल व अन्य गतिविधियॉ भ्रमण मंनोरजन के स्थान पास में हो।

 एक कच्ची योजना बनाकर/रफ प्लान बता सके कि वह विशेष कर तम्बू, रसोईघर तथा सफाई का ध्यान रखते हुए एक रात्रि शिविर किस प्रकार लगाएगा:
एक रात्रि शिविर के लिए मैं निम्न बिन्दुओं पर कार्य योजना तैयार करूंगा –
 शिविर स्थल का चुनाव व तिथि।
 तम्बू लगाना ।
 रसोईघर की व्यवस्था।
 ले आउट की व्यवस्था।
 सभी प्रकार के गेजेट्स।
 साफ सफाई के लिए 5 प्रकार के पिट्स – 1.गर्म राख/कोयला 2.पानी व गीला कचरा 3 सूखा कचरा 4.शौच 5.पेशाब के लिए
 खेल, गतिविधि,केम्पफायर के लिये स्थान।
 बाहरी भ्रमण/हाइक के लिए स्थान।
c) वह दिखा सके कि –
 कुल्हाड़ी का प्रयोग व सार सम्भाल।
 प्रथम व द्वितीय सोपान की गांठों के अलावा निम्नलिखित गांठों को लगाना व प्रयोग जाने -1. स्लिप रीफ नॉट 2.डबल शीट बेण्ड 3. बोलाइन आन ए बाइट 4. मैन हॉर्नेस नॉट

 कुल्हाड़ी का प्रयोग व सार सम्भाल:
 कुल्हाड़ी का हत्था ढीला व चिकना न हो।
 कुल्हाड़ी की धार तेज हो व जंगरहित हो।
 कुल्हाड़ी का प्रयोग करते समय वार की परिधि में झाड़ी या टहनिया न हों ।
 कुल्हाड़ी का प्रयोग करते समय वार की परिधि में व पास में अन्य साथी न हो।
 कुल्हाड़ी का प्रयोग करते समय तनकर नहीं रहें व ढीले वस्त्र न पहने।
 कुल्हाड़ी का प्रयोग करते समय वी शेप में कटान करें ।
 कुल्हाड़ी का प्रयोग पत्थर जमीन पर न करें ।
 कुल्हाड़ी का प्रयोग होने के बाद तेल/ग्रीस लगाकर लकड़ी या चमड़े के खोल में सुरक्षित रखें ।
 कुल्हाड़ी का प्रयोग लकड़ी काटने के अलावा अन्य कार्य में नहीं करें।
(कुल्हाड़ी का चित्र लगावें )

 प्रथम व द्वितीय सोपान की गांठों के अलावा निम्नलिखित गांठों को लगाना व प्रयोग जाने -1. स्लिप रीफ नॉट 2.डबल शीट बेण्ड 3. बोलाइन आन ए बाइट 4. मैन हॉर्नेस नॉट:
 स्लिप रीफ नॉट – एक ही रस्सी के दोनों सिरों को बान्धने के लिए जब इसे आसानी से खोलने की आश्यकता हों। उपयोग – जूते के फीते बान्धने में ।
 डबल शीट बेण्ड – शीटबेण्ड के खुलने के डर होने पर ।
 बोलाइन आन ए बाइट – एक रस्सी को डबल कर बोलाइन लगाना । उपयोग – बचाव कार्य में।
 मैन हॉर्नेस नॉट – एक ही रस्सी से कई लूप बनाने के लिए। उपयोग – पर्वतारोहण,हाइक ,पशु बान्धने में आदि।
d) एक 90 या 180 पौण्ड वाली छोलदारी की छोटी मोटी मरम्मत करने, लगाने, उखाड़ने व लपेटने का प्रदर्शन करे। अथवा स्थानीय उपलब्ध सामग्री से एक टोली के सोने के लिए पर्याप्त झोपड़ी बना सके:
हमने लाठी ,चादर, रस्सी व खूंटियों की सहायता से शेल्टर निर्माण का प्रदर्शन कैंप के दौरान किया है और हमने टेन्ट लगाना,उखाड़ना व लपेटने के सही तरीके को जाना है।
(टेन्ट लगाने ,उखाड़ने व लपेटने सम्बन्धी व शेल्टर सम्बन्धी चित्र लगावें )

e) यह दिखा सके कि उसे शिविर की पाक कला का पर्याप्त ज्ञान है तथा वह खाद्य पदार्थों को सम्भालकर रखने,पानी को शुद्ध करने तथा कचरे को नष्ट करने के सही तरीके जानता है:
पाक कला – हमने निम्न भोजन मीनू बनाना सीखा है -रोटी ,चपाती 2. दाल , बाटी 3. हल्वा, पूड़ी 4.खीर, पकोड़ी 5.लापसी, दलिया 6.पोहे, चावल 7 आलू व अन्य हरी सब्जी 8. चाय, शिकन्जी, शरबत आदि।
खाद्य पदार्थों को शुद्ध रखने तरीके –
 पके हुए भोजन को ढककर धूल, मक्खी,मच्छर आदि से बचा सकते हैं और दूषित भोजन से होने वाली बीमारियों दस्त, पीलिया आदि से बच सकते हैं।
 पके हुए भोजन को जालीदार बर्तन में सुरक्षित रखा जा सकता है।
 घरों में डी.डी.टी. जैसे कीटनाशक का छिड़काव कर मक्खी,मच्छर आदि से बचा सकते हैं।
 आधुनिक काँच के बर्तन, काउन्टर व रेफ्रीजरेटर का उपयोग कर पके हुए भोजन को सुरक्षित रखा जा सकता है।
 डिब्बे, राशन बेग,कनस्तर आदि का प्रयोग किया जा सकता है।

पानी को शुद्ध रखना –
 पानी को छानकर काम में लेना चाहिए।
 जल को ढक कर रखना चाहिए।
 डण्डीदार लोटे का प्रयोग करना चाहिए।
 पानी को स्वच्छ रखने के लिए छानना,उबालना चाहिए।
 पानी को फिटकरी,लाल दवा (100लीटर जल में 0.5ग्राम), से जीवाणु मुक्त किया जा सकता है।
 यदि कॉपर सल्फेट से (कुए में 100 ग्राम) व ब्लीचिंग पाउडर (5लीटर जल में 1 चम्मच) से जीवाणु मुक्त किया जाता है तो कुएं के पानी को 5 दिन व ब्लीचिंग पाउडर के पानी को 5 घण्टे काम में नहीं लेना चाहिए।
 पानी को स्वव्छ रखने के लिए पुरानी विधि लकड़ी के कोयले/चारकोल विधि भी काम में ली जा सकती है।

कचरे को नष्ट करने के सही तरीके –
 ठोस कचरे को अलग से एकत्रित कर निपटारा करना चाहिए। जैसे काँच, लोह,क्रॉकरी आदि।
 जल कर समाप्त होने वाले कचरे को जलाकर निपटारा कर देना चाहिए। जैसे कागज, गत्ता आदि।
 प्लास्टिक का उपयोग न करे यदि उपयोग आवश्यक हो तो प्लास्टिक कचरे को जमीन में दफना दें ।
 गोबर ,घास,पत्ती आदि खाद बनने वाले कचरे को खाद बनाकर काम में लेना चाहिए।
 कम्पोस्ट गड्डा (1.5,1.5,1.5 घन मीटर का व 1.5 सेमी मिट्टी की डोल का गड्डा) तैयार कर उसमें कचरा डालकर कचरे का निपटारा व खाद का निर्माण करना चाहिए।नियमित रूप से इस कम्पोस्ट गड्डे में गोबर,मलमूत्र,घास,पत्ते आदि कचरे को डालकर 5-7 दिनों में मिट्टी की परत बिछाते रहना चाहिए। गड्डा भरने पर दूसरा गड्डा तैयार कर लेवें और पुराने गड्डे में 3 माह बाद कम्पोस्ट खाद तैयार हो जावेगी जिसका उपयोग पेड़ पौधों के लिए किया जा सकता है।

f) वह अपनी टोली अथवा ट्रुप के साथ तम्बू में अथवा स्वनिर्मित झोपड़ी में कम से कम 12 रात्रि का शिविर और कम से कम तीन रात अकेले या अन्य स्काउट के साथ केम्प कर चुका हो : उक्त दोनों अवस्थाओं में रातें लगातार होना जरूरी नहीं है।

केन्द्रीय विद्यालय गिल नगर चेन्नई
प्रमाण पत्र
प्रमाणित किया जाता है कि स्काउट ………….
……………………….ने अपने विभिन्न प्रकार के
स्काउट शिविर के दौरान 12 रात्रि से अधिक
तम्बू में रहकर शिविर गतिविधियां की व तीन
रात्रि अपने साथी के साथ कैम्प किया है। मैं
उसके शिविर जीवन की सराहना करता हूँ ।


यूनिटलीडर ग्रुपलीडर / संस्थाप्रधान दिनांक ……….

ii. कृषक:

पाठ्यक्रम:
a) कम से कम 6 माह तक किसी खेत पर काम किया हो।
b) आधुनिक कृषि यन्त्रों का व्यावहारिक ज्ञान हो।
c) विकसित बीजों,उर्वरको,खादों कीटाणुनाशक दवाओं, बीज बोने तथा फसल काटने की जानकारी हो।
d) खेत पर ऋतु अनुसार नियमित कार्य करने जानकारी के साथ मवेशियों, घोड़ों, भेड़ों, सुअरों अथवा मुर्गीपालन की जानकारी के बारे बता सके।
e) जंगली घास पौधों को उखाड़ सके, पौधों को पानी दे सके तथा जुलाई के बाद के कार्य do after culture को जाने।
f) खाद्यान्न को सुरक्षित रखने के तरीके जाने।
g) पशुओं के लिये नमकचट्टा साल्ट लिक तैयार करे।
h) जलाभाव वाले स्थानो पर “बून्द-बून्द सिंचाई योजना” को प्रोत्साहित करे।

केन्द्रीय विद्यालय गिल नगर चेन्नई
मान सभा प्रस्ताव
आज दिनांक …………………… को प्रातः10:00
बजे स्थानीय विद्यालय के खेल मैदान में मान
सभा की बैठक हुई जिसमें स्काउट ………….
……………………………… को कृषक दक्षता
बैज कार्य करने की अनुशंसा का प्रस्ताव
लिया गया।

सदस्य : 1. 2. सचिव मान सभा
केन्द्रीय विद्यालयगिल नगर चेन्नई
अनुमति/स्वीकृति पत्र
प्रमाणित किया जाता है कि स्काउट …………
………………………….. को कृषक दक्षता बैज
कार्य करने की अनुमति प्रदान की जाती है।


यूनिटलीडर ग्रुपलीडर / संस्थाप्रधान दिनांक ………

a) कम से कम 6 माह तक किसी खेत पर काम किया हो:

प्रमाण पत्र
प्रमाणित किया जाता है कि स्काउट ………….
………………ने दिनांक ………………. से दिनांक
…………….. तक 6 माह से अधिक हमारे खेत
पर नियमित रूप से आकर कृषि कार्य में
सहयोग दिया व कृषि कार्य की जानकारी ली।


दिनांक : हस्ताक्षर खेत मालिक नाम : पता :

b) आधुनिक कृषि यन्त्रों का व्यावहारिक ज्ञान हो :

आजकल निम्न प्रकार के आधुनिक कृषि यन्त्र काम में लिए जा रहे हैं –
o ट्रेक्टर – जुताई,बुवाई, माल परिवहन आदि महत्वपूर्ण कार्य।
o कल्टीवेटर/हल – जुताई,बुवाई कार्य।
o प्लाउ – खेत समतल कार्य।
o कुली – खेत बुवाई के लिए मिट्टी को समतल करना ।
o कम्पान – फसल कटाई व दाना निकासी कार्य।
o रीपर – फसल कटाई कार्य।
o थ्रेसर/कटर – दाना निकासी व कुट्टी कार्य।
o ट्रेक्टर जेसीबी – मिट्टी खोदने,भरने जैसे कार्य।
(चित्र लगावें )

c) बीजों,उर्वरको,खादों, कीटाणुनाशक दवाओं, बीज बोने तथा फसल काटने की जानकारी हो:

उन्नत बीज

क्र. सं.फसल का नामउन्नत बीज         
1गेहूं    
2जौ
3चना
4सरसों
5मूंग
6मक्का
7ज्वार
8बाजरा
9ग्वार
10ग्वार

उवर्रक/खाद – आजकल निम्न प्रकार के उर्वरक खाद काम में लिए जा रहे हैं –

क्र. सं.उवर्रक/खाद नाम
1प्राकृतिक गोबर, मलमूत्र, घास पत्ते की खाद
2कम्पोस्ट खाद
3केंचुआ वृमी खाद
4रासायनिक खाद

कीटनाशक – आजकल निम्न प्रकार के कीटनाशक काम में लिए जा रहे है –

क्र. सं.कीटनाशक का नामउपयोग            
1        
2        
3        
4        

फसल काटना – रबी की फसल मार्च-अप्रेल माह में व खरीफ की फसल अक्टुबर-नवम्बर माह में तैयार होने के बाद रीपर कम्पान आदि यन्त्रों के अलावा मजदूरों से कटाई करायी जाती है। अन्य जायद व फल सब्जी की फसलों को समय-समय पर तैयार होने पर काटा जाता है।
d) खेत पर ऋतु अनुसार नियमित कार्य करने जानकारी के साथ मवेशियों, घोड़ों ,भेड़ों ,सुअरों अथवा मुर्गीपालन की जानकारी के बारे बता सके:
खेत पर निम्न प्रकार के कार्य किये जाते हैं –
o निराई – गुड़ाई – .जुताई
o प्लाउ काटना
o क्यारी तैयार करना
o पलाव करना
o ओरणी/बीजणी
o निनाणी/ खरपतवार हटाना
o कीटनाशक छिड़काव
o सिंचाई करना
o कटाई
o दाना निकालना
o भण्डारण
मुर्गीपालन –
o मुर्गीपालन स्वरोजगार का साधन है।
o मुर्गीपालन के लिए राज्य सरकार जिला रोजगार केन्द्र जैसे आदि अभिकरणों द्वारा निर्देशन,प्रशिक्षण व लोन की व्यवस्था करती है।
(मुर्गीपालन पर और विवरण लिखें व चित्र आदि लगावें)

e) जंगली घास पौधों को उखाड़ सके, पौधों को पानी दे सके तथा जुलाई के बाद के कार्य do after culture को जानें :
जंगली पौधों को उखाड़ना – जंगली पौधों को खुरपी कस्सी व फावड़ी का सहायता से उखाड़कर दूर किया जा सकता है ताकि उनकी वजह से फसल का विकास अवरूद्ध न हो क्योंकि जंगली घास, खरपतवार, पौधों को मिलने वाले पोषण जल, खनिज लवण आदि का स्वयं के लिए उपयोग कर फसल का विकास रोक देते हैं ।

पौधों को पानी देना –
o पौधों को समय -समय पर पानी देना चाहिए।
o जार,बाल्टी की सहायता से गमले क्यारियों में लगे पौधों को पानी देना उचित होता है।
o खेत की फसल,गार्डन व नर्सरी के लिये फव्वारा सैट व बून्द बून्द सिंचाई सिस्टम अपनाना चाहिए।
o पौधों या फसल को पानी देते समय ध्यान रखें कि पानी पौधों की जड़ में जाए व जल का अपव्यय नहीं हो।
जुलाई के बाद के कार्य –
जुलाई के बाद निम्नलिखित कार्य किए जाते हैं –
o निराई – गुड़ाई o क्यारी तैयार करना o ओरणी/बीजणी o निनाणी/ खरपतवार हटाना o कीटनाशक छिड़काव o दाना निकालना o भण्डारण

f) खाद्यान्न को सुरक्षित रखने के तरीके जाने –
मैंने लोगो को जानकारी दी कि हम निम्न प्रकार से अन्न को चूहों आदि से बचाकर अन्न को बचा सकते हैं और ऐसा कर राष्ट्र हित में योगदान दे सकते हैं –
• खेत,खलिहान अन्न गोदाम के आस पास चूहे मारने की दवा – बोरियम कार्बोनेट का सावधनीपूर्वक प्रयोग कर सकते हैं।
• अन्न भण्डार में नीम की पत्तियाँ व रासायनिक गोली रख कर हम अन्न को इल्ली आदि से बचा सकते हैं।
• अन्न का भण्डारण लोहे की टंकी आदि में करना चाहिए।
( चित्र लगावें )

हमने लोगों को शिक्षित किया कि वे :
• पके हुए भोजन को ढककर धूल, मक्खी,मच्छर आदि से बचा सकते हैं और दूषित भोजन से होने वाली बीमारियों दस्त, पीलिया आदि से बच सकते हैं।
• पके हुए भोजन को जालीदार बर्तन में सुरक्षित रखा जा सकता है।
• घरों में डी.डी.टी. जैसे कीटनाशक का छिड़काव कर मक्खी,मच्छर आदि से बचा सकते हैं।
• आधुनिक काँच के बर्तन, काउन्टर व रेफ्रीजरेटर का उपयोग कर पके हुए भोजन को सुरक्षित रख जा सकता है।
( चित्र लगावें )
g) पशुओं के लिये नमकचट्टा साल्ट लिक तैयार करे:
पशु चारा चरते है तो चारे के साथ मिट्टी आदि भी उनके पेट में चली जाती है इससे पशु के पेट सम्बन्धी बीमारी जैसे अपच,कब्ज, आफरा आदि हो जाती है। इससे बचने के लिए पशु को नमक दिया जाना चाहिए ताकि मिट्टी आदि का पाचन होकर पशु स्वस्थ रह सके। अतः पशुओं के लिए नमक चट्टा तैयार किया जाता है। गुड़ 500 ग्राम व नमक 100 ग्राम के अनुपात में नमक चट्टा तैयार किया जाता है।

h) जलाभाव वाले स्थानो पर “बूंद –बूंद सिंचाई योजना” को प्रोत्साहित करें :
• जल अभाव व आजकल सभी जगह कम पानी में अच्छी फसल के लिए बून्द बून्द सिंचाई योजना को काम में लिया जाना बेहत्तर होता है।
• राज्य सरकार भी इस योजना को प्रोत्साहित करती है व किसानों को इसके लिए पाइप, पम्पसेट, फव्वारा सेट आदि के लिए विशेष अनुदान उपलब्ध कराती है।
(बूंद-बूंद सिंचाई योजना व फव्वारा सेट का चित्र लगावें )

10. भारत स्काउट्स और गाइड्स वेबसाइट की जानकारी :

भारत में स्काउटिंग भारत में स्काउट्स एवं गाइड्स एक स्वयंसेवी, गैर राजनीतिक, शैक्षिक आंदोलन है। यह आंदोलन अपने लक्ष्यों, सिद्धांतों एवं तरीकों के आधार पर कार्य करता है। इस आंदोलन का उद्देश्य नवयुवकों की शारीरिक, मानसिक, बौद्धिक, सामाजिक तथा आध्यात्मिक क्षमताओं का विकास करना है जिससे वे एक जिम्मेदार नागरिक के रूप में अपनी क्षमताओं के द्वारा स्थानीय, राष्ट्रीय तथा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर योगदान कर सकें। भारत स्काउट्स व गाइड्स की संरचना:
मुख्यालय:
भारत स्काउट्स व गाइड्स
राष्ट्रीय मुख्यालय
लक्ष्मी मजूमदार भवन
16, महात्मा गांधी मार्ग , I.P. Estate
नई दिल्ली – 110002
ई-मेल : info@bsgindia.org
वेबसाइट: www.bsgindia.org

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प्रमाणित किया जाता है कि स्काउट……………………………………………….. ने ग्रुप में रहकर ग्रुप गतिविधियां करते हुए नियमित रूप से राज्य पुरस्कार अवार्ड के लिए आवश्यक सेवा अवधि में अपने राज्य पुरस्कार अवार्ड पाठ्यक्रम व सेवाकार्य को पूरा किया है।
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